जानकारी के मुताबिक 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे।
इस प्रदर्शन में कइयों को चोट आई है और कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं. मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई और भीड़ ने बेरिकेडिंग तोड़ दी. यहां से वह कलेक्टर परिसर में घुस गए और कलेक्ट्रेट में भी तोड़फोड़ करते हुए लगभग 3 दर्जन मोटरसाइकिल व एक दर्जन कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया. भीड़ का आक्रोश देखकर पुलिसकर्मी भी जान बचाकर भाग खड़े हुए.
पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
बता दें कि, Balodabazar जिले में बीती 17 मई को गिरौदपुरी धाम के अमर दास गुफा में असामाजिक तत्वों ने तोड़-फोड़ की थी और वहां लगे जैतखाम को तोड़ दिया था. इसके बाद से सतनामी समाज बेहद आक्रोशित था. समाज के लोगों ने तब भी गिरौदपुरी चौकी में जमकर प्रदर्शन किया था. इसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लोगों ने तब न्यायिक जांच की मांग की थी, जिसके बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस मामले पर न्यायिक जांच के आदेश भी दिए थे. इसे लेकर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच का ऐलान भी कर दिया है।
SP ऑफिस को किया आग के हवाले
उधर प्रदर्शनकारी बेरिकेड तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और Balodabazar एसपी कार्यालय समेत पूरे कलेक्टर कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं रास्ते में जितनी भी दमकल की गाड़ियां, करीब 100 कारें ,और 200 बाइक मिलीं, उन्हें भी आग के हवाले कर दिया. मामले को नियंत्रित करने के लिए रायपुर से फोर्स बुलाई गई है. स्थिति तनावपूर्ण है.